ईरान में फंसे युवाओं को दो-तीन दिन में वापस लाएंगे : जयशंकर

केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर सोमवार को अचानक कश्मीर पहुंचे। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद वह कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस कॉप्लेक्स (केआईसीसी) गए। वहां उन अभिभावकों के साथ मुलाकात की जिनके बच्चे कोरोना वायरस के खतरे के चलते ईरान में फंसे हैं। 


अभिभावकों ने बच्चों को घाटी वापस लाने की गुहार लगाई। जयशंकर ने अभिभावकों को आश्वासन दिलाया कि केंद्र सरकार की ओर से उनके बच्चों को वापस लाने की पूरी कोशिश की जाएगी। बता दें कि पिछले वर्ष मई में मंत्रालय में अपना पद संभालने के बाद जयशंकर का यह पहला कश्मीर दौरा है।
    
उधर ईरान में फंसे युवाओं के अभिभावकों ने कहा कि मंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। ग़ुलाम हसन रेशी के मुताबिक मंत्री जी ने कहा कि उनके बच्चे वहां सुरक्षित हैं और वे वहां सही जगह पर हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि 2-3 दिनों में छात्रों को वापस ले आएंगे। एक अन्य अभिभावक नाज़िर अहमद ने कहा कि बच्चों को लेकर हम सभी काफी परेशान हैं। हम जल्द से जल्द उन्हें यहां देखना चाहते हैं। नाज़िर के अनुसार बच्चों को सीधा कश्मीर लाकर आईसोलेशन में रखा जाए।

पासपोर्ट के चलते फंसे लोगों की मदद करने को कहा
अभिभावकों के साथ मंत्री की करीब एक घंटे से अधिक बैठक चली। इसमें कश्मीर के कई आला प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। जिन्हें विशेष निर्देश दिये गए। इतना ही नहीं यहां से निकालने के बाद डॉ. जयशंकर सीधा श्रीनगर के नेहरू पार्क इलाके में स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय गए। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वहां उन्होंने अधिकारियों को पासपोर्ट के मुद्दों के चलते फंसे लोगों की मदद करने का निर्देश दिया। बता दें कि जिस कांप्लेक्स में डॉ. जयशंकर ने अभिभावकों से मुलाकात की, उसका नाम उनके दौरे से ठीक एक दिन पहले बदल कर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस कांप्लेक्स (केआईसीसी) रखा गया। इससे पहले उसे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेन्शन सेंटर (एसकेआईसीसी) के नाम से जाना जाता था।