राज्यसभा में चेहरे बदलेंगे, पर सदन के स्वरूप में मामूली फेरबदल

राज्यसभा के मानसून सत्र में कुछ पुराने सदस्यों की वापसी के साथ सदन में काफी नए चेहरे दिखाई देंगे। अप्रैल में 51 सदस्य एक साथ उच्च सदन से रिटायर हो रहे हैं। अधिसूचना जारी होने के बाद तय हो गया है कि बजट सत्र के दूसरे चरण में रिटायर हो रहे सदस्यों को विदाई दी जाएगी।


अप्रैल में राज्यसभा के लिए जिन राज्यों में मतदान होंगे, उनमें अधिकतर गैर भाजपा शासित राज्य हैं। लेकिन इन राज्यों में भाजपा और सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या सदन के वर्तमान स्वरूप पर कोई बड़ा असर नहीं डालेगी।

विपक्षी दलों और कांग्रेस को ये चुनाव कुछ राहत दे सकते हैं। कांग्रेस के सामने चुनौती राज्यों से नए सदस्यों को उच्च सदन पहुंचाने की है। पार्टी को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में खाली हो रहीं आठ सीटों में पांच पर जीत की उम्मीद।